CM नीतीश ने अपने ही मंत्री को धमकाया : समस्तीपुर में भरी हुंकार, कहा : चुनाव बाद करेंगे सब हिसाब चुकता, जानिए ऐसा क्यों कहा?
SAMASTIPUR : लोकसभा चुनाव 2024 की लड़ाई अब धीरे-धीरे कांटे की होती जा रही है। दो चरणों की वोटिंग पूरी होने के बाद अब सियासी दलों के स्टार प्रचारक नेता तीसरे चरण समेत अन्य चरणों के चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। इस चुनाव में लड़ रहे उम्मीदवारों के परिवार वाले भी खूब पसीना बहा रहे हैं। चुनावी रण में उतरे योद्धा अपने पक्ष में वोटों की अपील करने में दिन- रात जुटे हुए हैं। इसी क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी लगातार सभाएं कर रहे हैं और NDA के पक्ष में लोगों को गोलबंद कर रहे हैं।
नीतीश ने अपने ही मंत्री को धमकाया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समस्तीपुर के कल्याणपुर में लोजपा (रामविलास) की प्रत्याशी और मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी के पक्ष में जनसभा की। इस सभा के दौरान नीतीश कुमार जमकर गरजे और अपने ही मंत्री को इशारों ही इशारों में धमकाया और कहा कि चुनाव के बाद सब हिसाब चुकता करेंगे। नीतीश कुमार ने दो टूक अंदाज में कहा कि अगर कोई बाएं-दाएं हमलोगों के उम्मीदवार के खिलाफ यहां कोई गड़बड़ कर रहा है तो चुनाव के बाद उससे हम मुक्ति ले लेंगे।
जानिए कहां था सीएम नीतीश का इशारा
नीतीश कुमार का इशारा महेश्वर हजारी की तरफ था, जिनका बेटा सनी हजारी NDA प्रत्याशी शांभवी चौधरी के खिलाफ चुनाव मैदान में कांग्रेस के टिकट पर लड़ रहे हैं। नीतीश कुमार के इस बयान के बाद सियासी फिजां गरमा गयी है।
चुनावी सभा के दौरान उन्होंने महिला वोटरों को साधने की कोशिश की और एनडीए सरकार में महिला और बालिका शिक्षा के लिए किए गये काम को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि 17 साल पहले बिहार में महिलाओं की क्या स्थिति थी। वह घर में दमन की शिकार हो रही थी। उन्होंने शांभवी चौधरी को भारी मतों से जीताने की अपील करते हुए कहा कि शांभवी की उम्र कम है और चुनाव लड़ रही है। इसे विजयी बनाकर सांसद बनाइए। इलाके के विकास में शानदार भूमिका निभाएगी।
मंच पर मौजूद थे जेडीयू नेता छोटू सिंह
नीतीश कुमार की सभा के दौरान बड़ी संख्या में जेडीयू के नेता मंच पर थे। जेडीयू नेता छोटू सिंह के साथ-साथ विनोद कुमार, शिव शंकर निषाद, पंकज पटेल, राणा सिंह चौहान, राजीव सिंह पपलू. बाबू, सुनील सिंह, पलटन सिंह भी मौजूद थे।
समस्तीपुर में लड़ाई काफी दिलचस्प
गौरतलब है कि समस्तीपुर में लड़ाई काफी दिलचस्प है क्योंकि जेडीयू के दो दलित मंत्री आमने-सामने है. जहां ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी लोजपा (रामविलास) के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं तो वहीं, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सनी हजारी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों मंत्रियों ने अपने बेटे और बेटी को जीत दिलाने के लिए मोर्चा संभाल रखा है। हालांकि, महेश्वर हजारी खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन चुनाव प्रचार की पूरी कमान अपने पास रखी है।
समस्तीपुर में महेश्वर हजारी की पैठ
आपको बता दें कि महेश्वर हजारी समस्तीपुर से 2009 में सांसद भी रह चुके हैं और लगातार समस्तीपुर से विधायक भी बनते रहे हैं इसलिए समस्तीपुर में महेश्वर हजारी का दबदबा है। समस्तीपुर में सबसे अधिक पासवान वोट है और पासवान वर्ग से ही महेश्वर हजारी आते हैं। उनके बेटे सनी हजारी की नजर 4 लाख पासवान वोट के साथ 2 लाख यादव और 2 लाख मुस्लिम वोट बैंक पर है जबकि दूसरी तरफ अशोक चौधरी पासी समाज से आते हैं, जिसका वोट समस्तीपुर में बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन एनडीए के उम्मीदवार होने के कारण शांभवी चौधरी की भी मजबूत स्थिति है।