अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान झड़प : विस्थापितों द्वारा पत्थरबाजी करने के बाद पुलिस भी लाठीचार्ज कर रबड़ बुलेट फायरिंग की, 6 पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल

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बोकारो: बड़ी खबर बोकारो से जहांरेलवे जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान धनघरी में आज अहले सुबह विस्थापितों और जिला प्रशासन के बीच झड़प हो गई. झड़प के दौरान पत्थरबाजी की गई. पुलिस ने इस दौरान लाठीचार्ज करते हुए रबड़ बुलेट फायरिंग की. घटना में एक दर्जन से अधिक ग्रामीण घायल हो गये. वहींसेक्टर नाइन के थानेदार संतोष कुमार सहित छह से अधिक पुलिसकर्मी भी घायल हुए.

घटना के संबंध में स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर दमनात्मक कार्रवाई करते हुए मारपीट करने का आरोप लगाया है. वहीं महिलाओं ने बताया कि पुलिस जवानों ने सबको घर में घुसकर मारपीट किया है.ग्रामीणों का कहना है कि हमें2013के भूमि अधिग्रहण के नियम के मुताबिक मुआवजा दिया जाए. इसकी मांग को लेकर हम लोग धरना दे रहे थे.

वहीं चास के एसडीएम दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने कहा है कि पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए5राउंड रबर बुलेट फायरिंग की है.

जानकारी के अनुसार,धनघरी के विस्थापित तुपकाडीह-तलगड़िया रेलवे लाइन के दोहरीकरण कार्य को रोक रहे थे. उपायुक्त कुलदीप चौधरी के नेतृत्व में प्रशासन ने बुधवार की अहले सुबह विस्थापितों से जमीन खाली करवाना शुरु कर दिया.

मौके पर उपायुक्त कुलदीप चौधरी और एसपी चंदन कुमार झा मौजूद थे. रेलमार्ग की परियोजना को पूरा करने के लिए लंबे समय से प्रशासन पर दबाव था. कई दौर की वार्ता के बाद विस्थापित अपनी जिद पर अडे़ हुए थे. जब बातचीत से वे वहां से नहीं हटे तो मजबूरन प्रशासन ने बुधवार सुबह यह कार्रवाई की. बता दें कि तुपकाडीह से तालगड़िया तक के बीच के रेलवे लाइन का दोहरीकरण का काम बीते तीन साल से चल रहा है.95प्रतिशत काम पूरा भी हो चुका है.

पिछले साल 24 सितंबर को प्रशासन के सहयोग से रेलवे ने 16 मकानों को ध्वस्त कर रेलवे लाइन का रास्ता भी साफ कर दिया. इसके बाद से गांव के लोग लगातार धरना दे रहे थे. जब भी रेलवे के कर्मी काम करने पहुंचते तो ग्रामीण मुआवजा की मांग को लेकर विरोध करते थे.


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