अमृत सरोवर पूजन : विश्व पर्यावरण दिवस पर बोरियो स्थित अमृत सरोवर बांझी में जिला स्तरीय कार्यक्रम का किया गया आयोजन

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साहेबगंज: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जिले के बोरियो अंचल अंतर्गत मांझी में अमृत सरोवर पूजन सह आरती कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान पौधरोपण वृक्ष रक्षाबंधन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. इस क्रम में आम,जामुन,महोगनी,बबूल एवं अन्य देसी पौधे लगाये गये.

कार्यक्रम में उपायुक्त रामनिवास यादव ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व के वर्षों में कम वर्षा होने के कारण भारी अकाल का सामना करना पड़ा था जिससे पहाड़ पर बसे सुदूरवर्ती गांव में पानी की समस्या के साथ-साथ भारी अकाल देखने को मिला है. वहीं इस वर्ष भी पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है. कहा कि जिला व सुदूरवर्ती गांवों में पानी की इतनी किल्लत है कि प्रतिदिन पानी उपलब्ध कराए जाने के बावजूद पानी पूरी तरह से नहीं पहुंच पा रहा है. आगे आने वाले दिनों में ऐसी समस्या से निपटने के लिए ही अमृत सरोवर योजना लाई गई है. इसके तहत वर्षा जल संचयन कर सिंचाई की व्यवस्था तथा भूमिगत जल रिचार्ज करने में काफी सहयोग मिलेगा.

जानकारी देते हुए कहा कि जिले में कुल83अमृत सरोवर बनाए गए हैं तथा बड़े पैमाने पर तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है ताकि प्राकृतिक जलस्रोत पुनः जीवित हो सके. वर्षा का पानी इन सरोवरों में ठहरे तथा लोगों को भीषण गर्मी में पानी की किल्लत न हो. उपायुक्त ने कहा कि इन तालाबों के आसपास पौधरोपण किया जाएगा ताकि इसकी हरियाली भी बनी रहे.

वहीं उन्होंने कहा कि बांझी स्थित इस तालाब को पर्यटन के लिहाज से भी विकसित किया जाएगा. जहां बोटिंग व रेस्टोरेंट की व्यवस्था भी की जाएगी. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने आम जनता से भी अपने स्तर से जल संचय करने की अपील की.

कार्यक्रम में अपने संबोधन में राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि बांझी स्थित इस अमृत सरोवर से आने वाले दिनों में पहाड़िया आदिवासी बहुल इलाकों के किसान भाइयों एवं ग्रामीणों को काफी फायदा मिलेगा. इससे क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था प्रगाढ़ तो होगी ही भूमिगत जल रिचार्ज होकर आज जिस पानी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं उससे भी निपटा जा सकेगा. वहीं उन्होंने भीषण गर्मी में अकाल, पानी की समस्या और पर्यावरण में हो रहे बदलाव को लेकर आम जनता से ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण कर जल संचयन कर पर्यावरण को बचाने में अपना सहयोग देने की अपील की. उन्होंने कहा कि हम सभी अगर एक दूसरे का साथ दें तो हम न केवल पर्यावरण को बचा सकते हैं बल्कि आने वाली अपनी अगली पीढ़ी को विरासत में नदी, जंगल पेड़-पौधे और शुद्ध हवा दे सकेंगे.

कार्यक्रम के अंतर्गत सभी ने पर्यावरण एवं जल संचयन के लिए शपथ भी लिया.


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