पुलिस टीम पर लोगों ने किया हमला : थाना प्रभारी और सिपाही घायल
सिमडेगा:- सिमडेगा जिले के जलडेगा अन्तर्गत लम्बोई बाजार का क्षेत्र भ्रमण करने गई पुलिस टीम पर लोगों ने हमला कर दिया। बाजार में लोगों ने पुलिस की टीम पर जमकर ईंट और पत्थर चलाए। घटना मंगलवार शाम की जलडेगा थाना क्षेत्र के लम्बोई बाजार की है। घटना में एक जवान महेश कुमार पासवान, उम्र 45 वर्ष को आंख व चेहरे में गंभीर चोट लगी है। वहीं थाना प्रभारी शशि शंकर कुमार सिंह सहित अन्य जवानों को आंशिक चोटें आई है। जैसे ही पुलिस टीम पर हमला हुआ उस वक्त पूरे बाजार में अफरातफरी मच गई। इस बीच जवानों से हथियार भी छीनने की कोशिश की गई।दरअसल मंगलवार को नव पदस्थापित थाना प्रभारी शशि शंकर कुमार सिंह, एसआई दुर्गेश कुमार और एएसआई किशोर महतो अपने पुलिस जीप में जवानों को साथ लेकर थाना क्षेत्र के लम्बोई बाजार का भ्रमण करने निकले थे। पुलिस को बाजार में देखते ही अवैध शराब की बिक्री और चुलाई करने वालों में हड़कंप मच गया। जिसके बाद पुलिस अपनी कारवाई कर शराब कारोबारियों को खदेड़ने लगी। ग्रामीणों के अनुसार पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया जिसमे एक बच्चे को भी चोट लगी जिसके कारण ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस कुछ समझ पाती तब तक गुस्साई भीड़ ने अचानक पुलिस पर हमला कर दिया। ग्रामीण इतने आक्रोशीत थे की किसी बड़ी घटना को भी अंजाम दे सकते थे। इस बीच कुछ ग्रामीणों ने जवानों के हथियार को भी छीनने का प्रयास किया।
थाना प्रभारी ने कहा पुलिस ने नही किया है लाठी चार्ज
घटना के संबंध में थाना प्रभारी शशि शंकर कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नया जगह है क्षेत्र भ्रमण पर निकले थे, जैसे ही बाजार पहुंचे शराब बेचने वाले लोग खुद भागने लगे। पुलिस को घटना का तनिक भी अंदेशा नहीं था। लेकिन बाजार में पुलिस को देख ग्रामीण एकजुट हो गए और जब तक हम समझ पाते हमला करना शुरू कर दिया। थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस द्वारा किसी को भी लाठी चार्ज नही किया गया है ये ग्रामीणों का अपना चाल है। घटना में एक जवान को आंख में गंभीर चोट आई है, ग्रामीणों ने उन्हें भी पकड़ कर रखा था। लेकिन जवानों ने उन्हें भीड़ से बाहर निकाला। इस बीच जवानों से हथियार छीनने का भी प्रयास किया गया लेकिन ग्रामीण हथियार छीनने में असफल रहे।फिलहाल जवान को जलडेगा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज कराया गया है।
हर कोई बनाता रहा वीडियो,किसी ने नहीं की पुलिस की मदद
बीच बाजार में पुलिस को बंधक बना कर पीटा जा रहा था, कोई लाठी पकड़ा था, तो कोई हाथ से पिटता दिखाई दे रहा था। पूरा बाजार एक तरफ और पुलिस एक तरफ, ग्रामीणों का पलड़ा भारी होता देख पुलिस भागने की तैयारी कर रही थी लेकिन भीड़ ने एक जवान को पकड़ रखा था। जिसका वीडियो हर युवा बना रहा था लेकिन पुलिस को बचाने के लिए सामने कोई भी नही आया।
लम्बोई में इससे पहले भी कई बार हो चुकी है इस तरह की घटना
पूरे प्रखंड में लंबोई ही एक ऐसा गांव हैं जहां इस तरह का घटना होते रहता है। ऐसा नहीं है कि ये घटना पहली बार घटित हुई है,इससे पहले भी ग्रामीणों ने तत्कालीन थाना प्रभारी फिलिप मिंज, तत्कालीन बीडीओ विजय राजेश बारला, तत्कालीन थाना प्रभारी हीरालाल महतो और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अफसरों को भी बंधक बनाने का प्रयास किया था। इधर इस मामले में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बैजू उरांव ने कहा कि मामले में बारीकी से छानबीन की जा रही है। मैं उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल आरोपियों की चिन्हित करते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सिमडेगासे रविकांत मिश्राकी रिपोर्ट