अबकी बार गांव में महिलाओं के मन की सरकार : जितिया पर्व पर भारी पड़ा लोकतंत्र का महापर्व, महिलाएं तय करेंगी चुनाव में जीत-हार
सुमित झा
कहीं महिलाओं की लंबी-लंबी कतार....कहीं गोद में बच्चों को लेकर वोट डालने के इंतजार में महिलाएं...कहीं 119 साल की उम्र में भी बुजुर्ग महिला का वोटिंग को लेकर गजब का जोश...कहीं रंगोली बनाकर लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेती महिलाएं..बिहार में पंचायत चुनाव में महिलाओं की भागीदारी की तस्वीरें बता रही हैं कि अबकी बार पंचायत चुनाव में महिलाओं के मन की सरकार बनने जा रही है। पंचायत चुनाव में महिलाओं के उत्साह का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में जितिया जैसे कठिन व्रत के बावजूद सुबह से ही घंटों कतार में महिलाएं खड़ी रहीं, अपनी बारी का इंतजार करने के लिए। वहीं पहली बार वोट डालने पहुंची युवतियों की अच्छी खासी संख्या दिखी। गांव के विकास के मुद्दे पर युवतियां वोट डालने पहुंची थी। वोट डालने पहुंची महिलाओं के ज़ेहन में सिर्फ विकास का मुद्दा रहा। हर जगह महिलाएं गांव के विकास को लेकर वोट डालती नज़र आईं।
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का वोट प्रतिशत पहले चरण में भी 9 फीसदी ज्यादा रहा। वहीं दूसरे चरण में भी 14-15 फीसदी ज्यादा महिलाओं ने वोट किया। साफ है इस बार के पंचायत चुनाव में महिलाओं के रुझान को देखकर साफ है कि गांव में महिलाओं के मन की ही सरकार बनने जा रही है। हालांकि साल 2016 के पंचायत चुनाव में भी महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। वैसे चुनाव में महिलाओं की भागीदारी पहली बार नहीं बढ़ी है। हर चुनाव में महिलाएं साइलेंट वोटर बनकर निर्णायक भूमिका निभाती हैं। चुनावों में लगातार महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।पिछले दो दशक में चार विधानसभा चुनाव हुए। चारों चुनाव में महिलाओं का मतदान करीब 17 फीसदी बढ़ा है। 2010 विधानसभा चुनाव से महिलाओं का वोट प्रतिशत बढ़ना शुरु हुआ। 2010 विधानसभा चुनाव में 51.12 % पुरुषों, जबकि 54.49 % महिलाओं ने मतदान किया। 2010 में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने 3.37 % ज्यादा मतदान किया। वहीं 2015 विधानसभा चुनाव में 53.32 % पुरुषों ने जबकि 60.48 % महिलओं ने मतदान किया। 2015 में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने 7.17 % ज्यादा मतदान किया। 2019 लोकसभा चुनाव में 55.26 % पुरुषों ने जबकि 59.92 % महिलाओं ने मतदान किया । 2019 में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने 4.66 % ज्यादा मतदान किया। 2020 विधानसभा चुनाव में 54.68 % पुरुषों ने जबकि 59.69 % महिलाओं ने मतदान किया। 2020 में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने 5.1 % ज्यादा मतदान किया। साफ है महिलाएं 2010 से लेकर हर चुनावों में बढ़ चढ़कर लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेती हैं और सरकार बनाने में उनकी निर्णायक भूमिका होती है। नीतीश कुमार के लगातार सत्ता में बने रहने के पीछे एक बड़ी वजह ये भी रही। अब पंचायतों में भी गांव की सरकार महिलाओं के मन के मुताबिक ही बनेगी।