नहीं रहे स्वतंत्र भारत के पहले वोटर : 106 साल की उम्र में श्याम सरन नेगी का हुआ निधन
PATNA- क्या आप जानते हैं कि आजाद भारत का पहला मतदाता कौन है। कहां का रहने वाला है। क्या कहा नहीं जानता। तो आइए हम आपको आज उनके बारे में बताते हैं। उनका नाम श्याम सरन नेगी है और आज ही उनका निधन हुआ है। वह 106 साल के थे। जानकारी अनुसार नेगी मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के किनौर जिला के कल्पा गांव के रहने वाले थे। उनके निधन की खबर पर किन्नौर के उपायुक्त ने बताया कि पूरे राजकीय सम्मान के साथ नेगी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
श्याम सरन नेगी के निधन पर भारत चुनाव आयोग ने ट्वीट कर कहा, "स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र में असाधारण आस्था रखने वाले व्यक्ति थे। चुनाव आयोग ने श्याम सरन नेगी के निधन पर शोक व्यक्त किया। हम राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए सदा आभारी हैं।"
श्याम सरन नेगी ने इस बार भी निधन से कुछ दिन पहले हिमाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव में अपना वोट डाला है। मतदान कर्मियों ने उनके घर पर जाकर उनका वोट लिया था। इस बाबत चुनाव आयोग की ओर से विशेष इंतजाम किए गए थे। श्याम शरण नेगी के बारे में कहा जाता है कि अब तक जितने चुनाव हुए हैं उसमे नेगी ने सब इलेक्शन में अपना वोट डाला है।
1 जुलाई 1917 को श्याम सरन नेगी का जन्म हुआ था। वह मूल रूप से एक शिक्षक थे। स्वतंत्र भारत में पहली बार 25 अक्टूबर 1951 को उन्होंने पोलिंग बूथ पर लाइन में लगकर वोट डाला था। आपको आश्चर्य होगा कि पूरे देश में 1952 में पहली बार इलेक्शन हुआ तो फिर नेगी ने 1951 में वोट कैसे डाल दिया। तो आइए हम आपको बताते हैं पूरी कहानी। उस साल हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण 5 महीने पहले चुनाव करवाए गए थे।