झाड़ फूंक के चक्कर में गई बच्ची की जान : सर्पदंश का हुई थी शिकार, डॉक्टर के पास जाती तो बच जाती जिंदगी
नालंदा : खबर है नालंदा जिले से जहां सर्पदंश के शिकार किशोरी की झाड़ फूंक के चक्कर में जान चली गई। सर्पदंश के बाद किशोरी को ग्रामीणों ने अस्पताल के बजाए झाड़ फूंक कराने ले गए जहां बच्ची की स्थिति और बिगड़ गई। वहीँ बच्ची की मौत के बाद चीख पुकार मच गई।
मामला नालंदा जिले के चंडी थाना अंतर्गत माढ़ोडीह गांव का है जहां सर्पदंश की शिकार किशोरी की झाड़ फूंक के चक्कर में जान चली गई। मृतका का नाम रागिनी कुमारी है जिसकी उम्र 12 वर्ष है। ग्रामीणों ने बताया कि किशोरी पेशाब करने घर के बगल में गयी थी इसी दौरान सर्पदंश का शिकार हो गई। परिजन बच्ची को अस्पताल ले जाने के बजाय बिशुनपुर गांव ले जाकर उसका झाड़ फूंक कराने लगे।
ओझा ने परिवार को आश्वस्त किया कि वह उसे ठीक कर देगा। घंटों तक ओझा झाड़ फूंक का पाखंड करता रहा। हालत बिगड़ने परिजन बच्ची को चंडी प्राथमिक स्वास्थ्य लेकर पहुंचे । जहां इलाज के दौरान उसकी मौत होगई ।
वहीँ चिकित्सकों की मानें तो समय रहते बच्चे को लाया जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। मौत के बाद परिजनों की चीख पुकार गूंजने लगी। थानाध्यक्ष अभय कुमार ने बताया कि यूडी केश दर्ज कर शव का पोस्टमार्डम करा कर परिजन को सौपं दी गयी है |