'अर्जुन' नीतीश के 'कृष्ण' बनें ललन ! : 2024 के महाभारत में होंगे सारथी, दिल्ली पहुंचने का रास्ता करेंगे साफ !
PATNA :बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब 'अर्जुन' की भूमिका में होंगे जबकि उनके सारथी कृष्ण की भूमिका में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह होंगे। जी हां सीएम नीतीश कुमार ने ललन सिंह को अपने 'रथ' की कमान सौंप दी है और दिल्ली तक 'पथ' बनाने का जिम्मा दे दिया है। जेडीयू राष्ट्रीय परिषद् की बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार का बड़ा बयान सामने आया है।
भलें ही कुढ़नी विधानसभा चुनाव में जेडीयू को हार का सामना करना पड़ा है। तेजस्वी के फुल सपोर्ट के बावजूद भी नीतीश यहां अपने प्रत्याशी को जिताने में कामयाब नहीं हो सके। बाजी अंतत : बीजेपी के हाथ रही। लेकिन शायद इस परिणाम के बाद भी जेडीयू का जोश कही से कम नहीं हुआ है। जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद् की बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार के दिए बयान से तो यही लग रहा है।
सीएम नीतीश कुमार ने जेडीयू राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद कहा कि ललन सिंह को औपचारिक तौर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर औपचारिक तौर पर निर्वाचित घोषित कर दिया गया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में क्या होगा इसकी पूरी जिम्मेवारी ललन सिंह को सौंप दी गयी है। यानि अब आगे की चुनावी रणनीति बनाने का जिम्मा पूरी तरह से उनके कंधों पर होगा।
इस पूरे बयान को साफ करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि 2024 को लेकर हम रणनीति तैयार कर रहे हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में संपूर्ण विपक्ष को एक करने की कवायद की जा रही है। यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा।
वहीं जेडीयू राष्ट्रीय परिषद् की बैठक की समाप्ति पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव सह प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार विरोधी एकता को एकजुट करने के लिए टाइम टू टाइम दिल्ली जाते रहेंगे। वहीं उन्होंने बताया कि जेडीयू कैसे मजबूत हो और आने वाले समय में उसे कैसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिले इस पर मंथन किया गया है। त्यागी ने कहा कि आगामी फरवरी में कुछ राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहां पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर लेगी।
सीएम नीतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी के बयानों से समझा जा सकता है कि जेडीयू अब दिल्ली की ओर कदम बढ़ाएगा। 2024 के चुनावों के पहले जहां पार्टी को मजबूत कर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करना है। वहीं नीतीश कुमार के नेतृत्व में विपक्षी एकता को बटोरते हुए पीएम पद की जो मंशा पार्टी ने पाली थी उसे पूरा करना है। यानि जेडीयू का जोश कुढ़नी की हार के बावजूद भी कही से भी कम नहीं है। अब नीतीश अर्जुन की भूमिका में होंगे और दिल्ली तक उनके रथ की कमान कृष्ण यानि ललन सिंह संभालेंगे ।