सुरक्षा की मांग : रंगदारों एवं पुलिस के असहयोगात्मक रवैये से परेशान एक निजी अस्पताल संचालक ने अस्पताल में जड़ा ताला
बोकारो : खबर है बोकारो की जहां रंगदारों एवं पुलिस के अमानवीय व्यवहार से कई व्यवसायी सुरक्षित नहीं हैं. एक तरफ रंगदारों के रौब तो दूसरी ओर पुलिस की असहयोगात्मक रवैया से शहर के लोग खौफजदा हैं.
व्यवसायियों को सुरक्षा देने की बजाय पुलिस अनाप शनाप बोलने लगते हैं. कुछ ऐसा ही वाक्या बोकारो के सेक्टर4स्थित शिवम हॉस्पिटल के संचालक के साथ देर शाम हुई है. रंगदारों एवं पुलिस के खौफ के कारण अस्पताल संचालक ने मरीजों को डिस्चार्ज कर अस्पताल में ताला जड़ दिया.
अस्पताल संचालक की मानें तो गुरुवार की रात कुछ असामाजिक तत्व शिवम अस्पताल पहुंचे जहां अस्पताल संचालक के साथ साथ सभी स्टाफों को गालियां देते हुए मारपीट पर उतारू हो गए. संचालक ने उनमें से शराब के नशे में धुत एक व्यक्ति को पकड़ कर पुलिस को इसकी सूचना देकर उनसे सहयोग मांगा. लेकिन फोन करते ही सेक्टर4 के थानेदार आपा खो बैठे. थानेदार ने खूब खरी खोटी सुनाई. संचालक हताश हो गया. बात यही तक सीमित नहीं रही बल्कि शुक्रवार को फिर अस्पताल में पुलिस आ धमकी तथा अस्पतालकर्मियों को धमकाते हुए जेल भेजने की धमकी दी. अस्पताल संचालक ने सीएमओ सहित कई जगहों पर ट्वीट किया. अस्पताल संचालक ने थानेदार से हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप जारी किया है जिसमें थानेदार कहते हैं कि पुलिस तुम्हारा नौकर नहीं है. रखो फोन. वैसे कशिश न्यूज इस ऑडियो क्लिप से जारी बातों की पुष्टि नहीं करता है.
अब सवाल यह है कि पुलिस व्यवसायियों एवं लोगों को सुरक्षित रखने के लिए काम करती है या असामाजिक तत्वों को मदद ? ऐसे में व्यवसायी गुंडा टैक्स दे या शटर डाउन ? यह अहम सवाल है. व्यवसायी दोनों तरफ से सुरक्षित नहीं है. इस बाबत संचालक एसपी को फोन किया लेकिन सेक्टर 4 पुलिस आरोपियों को पकड़ने के वजाय व्यवसायी को धमकाने लगी. अस्पताल के संचालक ने अस्पताल को हमेशा के लिए बंद करने का फैसला किया है.