खड़गे ने दी वेकैंया नायडू को 'शायराना विदाई' : कहा-'आपके साथ से यह मंजर.... बाद मौसम बहुत सताएगा'
DESK : सोमवार के दिन राज्यसभा में PM मोदी और विभिन्न दलों के सदस्यों ने सभापति एम वेंकैया नायडू के कार्यकाल की सराहना करते हुए उन्हें विदाई दी है। राज्यसभा के सभापति के तौर पर नायडू का कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें विदाई दी गई ।
इस दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी राज्यसभा अध्यक्ष और वीपी वेंकैया नायडू को विदाई देते हुए कहा कि हम दो अलग-अलग विचारधाराओं के लोग हो सकते हैं। मुझे आपसे कुछ शिकायतें भी हो सकती हैं, लेकिन यह उनके बारे में बात करने का समय नहीं है। आगे उन्होंने बताया कि आपने इतनी कठिनाई और दबाव में भी अपनी भूमिका निभाई, इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं। इसके साथ ही उन्होंने एक कविता पढ़कर कहा कि आपके बाद क्या मौसम होगा और कैसा सताएगा मुझे मालूम नहीं। 'अगर तलाश करूं तो कोई मिल जाएगा.. मगर आपकी तरह कौन हमें मिलेगा ..आपके साथ से यह मंजर रौनक जैसा है ..आपके बाद में मौसम बहुत सताएगा'।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति एम. वेंकैया नायडू के विदाई भाषण में कुछ खट्टी-मीठी यादें भी साझा की। अपने भाषण की समाप्ति एक शायरी के साथ कहा, सदाओं को अल्फाज मिलने न पाएं न बादल घिरेंगे न बरसात होगी. मुसाफिर हैं हम भी मुसाफिर हो तुम भी, किसी मोड़ पर फिर मुलाकात होगी।