40वां अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला : आत्म निर्भर भारत की थीम पर दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित हो रहा है मेला

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DELHI KE PRAGATI MAIDAN ME 14-27 NOVEMBER TAK AAYOJIT HO RAHA HAI TRADE FARE DELHI KE PRAGATI MAIDAN ME 14-27 NOVEMBER TAK AAYOJIT HO RAHA HAI TRADE FARE

बिहार पवेलियन 5वीं बार गोल्ड जीतने के उम्मीद के साथ कर रही है तैयारी

DELHI:- राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवम्बर तक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले का आयोजन किया जा रहा है।इस बार आई.टी.पी.ओ. द्वारा बिहार मंडप को मेले की थीम “आत्मनिर्भर भारत“ के अनुरुप नायाब रूप दिया जा रहा है। कोरानाकाल में एक साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रहे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में इस वर्ष प्रगति मैदान के हाल नं 2 में पार्टनर स्टेट के रूप् मे 400 वर्गमीटर में बिहार मंडप लगाया गया है। बिहार सरकार के उद्योग विभाग द्वारा बिहार पवेलियन का क्रियान्वयन एजेंसी के रुप में लगातार सातवीं बार उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान को बिहार पवेलियन के आयोजन एवं सजाने संवारने की जिम्मेवारी दी गई है।

पद्मश्री दुलारी देवी मधुबनी पेटिंग का करेंगी जीवंत प्रदर्शन

उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि महामहिम राष्ट्रपति से 9 नवम्बर को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित दुलारी देवी इस बार मधुबनी पेंटिंग में जीवंत प्रदर्शन (लाइव डेमो) कर रही हैं जबकि सिकी कला में राज्य पुरस्कार विजेता नाजदा खातून,मंजूषा कला में राज्य पुरस्कार विजेता मनोज पंडित और टेराकोटा में राज्य पुरस्कार विजेता जगदीश पंडित जीवंत प्रदर्शन करेंगे । उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा के निर्देशन में इवेंट कंपनी दारा प्रोजेक्ट के सरबजीत दारा व उनकी टीम बिहार पवेलियन को आकर्षक रूप से सजाया है एवं बिहार सरकार के उद्योग विभाग को उम्मीद है कि बिहार पवेलियन रिकार्ड पांचवी बार बेस्ट पवेलियन के लिए गोल्ड जीतेगा ।

बिहार सरकार के उद्योग विभाग के उपनिदेशक विशेश्वर प्रसाद ने बताया कि इस बार बिहार पवेलियन में हेंडलुम एवं हेंडीक्राफ्ट के 41 स्टाल होंगे। इन स्टॉलों पर बिहार के पारंपरिक हस्तकला एवं हस्तकरघा उत्पाद जिनमें नालंदा का बाबन बूटी, भागलपुर का सिल्क, मिथिलांचल का मधुबनी पेंटिंग, पटना की टीकुली कला इत्यादि को स्थान दिया जा रहा है।

कई नामचीन कलाकार बिहारी कलाकार होगें शामिल

उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा के मुताबिक बिहार पवेलियन को प्रत्येक वर्ष मेले के थीम के अनुरूप नयाब डिजाइन एवं रूपरेखा से सजाया जाता है। इस वर्श बिहार मंडप के प्रवेष द्वार के एक भाग के दिवार पर मिथिला पेंटिंग में सीता स्वयंवर के मनोरम दृश्य दिखाया गया है। इसके लिए राज्य पुरस्कृत बिहार मिथिला पेंटिंग कलाकार ममता झा एवं सरोज कुमार झा के नेतृत्व में बिहार से विशेष तौर पर 10 कलाकार बुलाए गए हैं।वहीं बिहार की पारंपरिक कलाएं जैसे कि मधुबनी पेंटिंग, टिकुली आर्ट, मंजूषा कला और सिक्की पेंटिंग जो अब अन्तराष्ट्रीय पहचान बनती जा रही है, इसको बिहार मंडप के बाहरी भाग में पैनलों के माध्यम से सुसज्जित कर रहे है। साथ ही पेवेलियन में इनकी लाइव डेमो भी होगी । उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि विगत 7 वर्षों से हमारी संस्थान को बिहार मंडप के आयोजन की जिम्मेदारी दी जा रही है और इन 7 वर्षों में चार बार बिहार गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहा है। इस बार भी हमरा प्रयास है कि हम अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन, थीम के अनुरूप सजावाट, आयोजन एवं संचालन से बिहार पवेलियन को 5वीं बार गोल्ड दिलाएं।

बिहार के उद्योग मंत्री होगें शामिल

फूड कोर्ट में बिहार के लिट्टी चोखा सहित अन्य स्वादिस्ट व्यंजनों के स्टॉल लगाए जाएंगे। व्यापार मेले के दौरान 22 नवंबर को बिहार दिवस का आयोजन किया जाएगा । जिसके अन्तर्गत बिहार मंडप के विधिवत उद्घाटन बिहार सरकार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन करेंगे । इस अवसर पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा जिसमें बिहार के जाने माने कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी ।


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