'डाली पूजा' में उमड़ा जनसैलाब : खप्पड़ लेकर निकले पुजारी, मान्यता...सुगंध से दूर होती है महामारी

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पटना : खबर है पटना से जहां फुलवारीशरीफ थाना इलाके में 204 वां माता की डॉली (खप्पड़) पूजा का आयोजन किया गया। इस पूजा में शामिल होने के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान आगे-आगे हाथ में जलता खप्पड़ लेकर दौड़ते मंदिर के पुजारी सह मंदिर कमेटी के अध्यक्ष जीतमोहन पंडित और उनके पीछे पीछे हजारों श्रद्धालुओं की तादाद माता के जयकारे लगाते दौड़ने लगे। आस्था और विश्वास के साथ चली आ रहे वर्षों पुरानी परंपरा में शामिल होने के लिए लोग दूर दराज से भी आये थे। वहीँ जय माता दी के गगनभेदी जयकारे से चारों दिशाएं गुंजायेमान रही। इस दौरान सड़क के दोनों ओर भक्तों का तांता लगा रहा।

बीते शाम साढ़े 7 बजे माता की डाली खप्पड़ पूजा का मनोहारी और आस्था का अनूठा और अद्भुत दृश्य शहर के प्रखंड मुख्यालय के सामने स्थित मां काली मंदिर देवी स्थान से निकलते हुए जिन लोगों ने भी देखा वे अपने को धन्य महसूस करे रहे थे। बता दें कि 'डाली खप्पड़ पूजा' माता काली के मंदिर से निकलकर टमटम पड़ाव, चौराहा गली, सदर बाजार, प्रखंड मुख्यालय मोड़ होकर वापस मंदिर पहुंची। लगभग डेढ़ किलोमीटर तक नगर भ्रमण के बाद खप्पड़ की परिक्रमा मंदिर परिसर में आकर संपन्न हुई। फिर पूजा- अर्चना के बाद प्रसाद वितरण भक्तों के बीच किया गया। इस दौरान मौके पर पथनिर्माण मंत्री नितिन नवीन भी मौजूद रहे और जय माता दी के नारे लगाते नजर आये।

वहीँ पूजा को लेकर इलाके में भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई थी। फुलवारी शरीफ में यह मंदिर NH -31 किनारे ही स्थित है जिस कारण से माता की डाली परिक्रमा के कुछ घंटे पहले ही यातायात को पूर्ण रूप से रोक दिया जाता है। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर SDM दानापुर ,सिटी एसपी पश्चिम राजेश कुमार, एडिशनल एसपी मनीष कुमार सिन्हा, फुलवारी शरीफ, बेऊर, जानीपुर, गर्दनीबाग, खगौल, रूपसपुर, नौबतपुर, दानापुर समेत आसपास के कई थानों की पुलिस बड़ी संख्या में रैपिड एक्शन फोर्स बीएमपी जवान ट्रैफिक पुलिस के जवानों को लगाया गया था।

ऐसा कहा जाता है कि कालान्तर में देवी माँ के मंदिर के पुजारी झमेली बाबा को स्वप्न में माता ने खप्पड़ यानी माता की डाली निकालने और शहर की परिक्रमा करने को कहा था। झमेली बाबा ने उस समय 9 दिनों तक देवी मां की आराधना की और डाली पूजा खप्पड़ निकाला। इस पूजा के आयोजन से फुलवारी शरीफ से महामारी दूर हो गई और यहां खुशहाली छा गई। तभी से आज तक शीतला मंदिर से प्रत्येक वर्ष सावन महीने में देवी माता की खप्पड़ पूजा निकाली जाती है।


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