बिहार विधानसभा का शताब्दी समारोह आज : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समारोह में करेगें शिरकत ,RJD ने बनाई दूरी

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BIHAR VIDHANSABHA KE SATABDI SAMAROH KA PRESIDENT KAREGE UDGHATAN BIHAR VIDHANSABHA KE SATABDI SAMAROH KA PRESIDENT KAREGE UDGHATAN

PATNA:-राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तीन दिवसीय बिहार दौरे पर हैं।दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति आज बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेगें।यहा कार्यक्रम आज विधानसभा परिसर आयोजित की गयी है।सुबह करीब 11 बजे राष्ट्रपति राजभवन से यहां पहुंचेेगें और विधानसभा परिसर में बोधगया से लाये गये बोधीवृक्ष पौधा का रोपण करेगें।इसके साथ ही वे शताबंदी स्तंभ का शिलान्यास करेगें और उसके बाद "सदन में विमर्श ही संसदीय प्रणाली का मूल है " विषय पर अपना आख्यान देगें।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा स्वागत भाषण देगें जबकि राष्ट्रपति के साथ ही राज्यपाल फागू चौहान,सीएम नीतीश कुमार,विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह संबोधित करेगें। राष्ट्रपति रात्री में विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के आवास पर रात्रिभोज में शामिल होंगे।

गौरतलब है कि राष्ट्रपति कल दोपहर पटना पहुंचे थे और बीती शाम हाईकोर्ट के जजों के साथ हाइ-टी में शामिल हुए थे।इस हाइ-टी में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान और सीएम नीतीश कुमार भी शामिल हुए थे।

शताब्दी समारोह से राजद ने बनाई दूरी

बिहार विधानसभा की शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति के साथ ही बिहार विधानसभा एवं विधान परिषद के वर्तमान सदस्यों के साथ ही पूर्व सदस्यों ,लोकसभा एवं राज्यसभा के बिहार से संबंधित सभी वर्तमान और पूर्व सांसद को आमंत्रित किया गया है,पर राजद ने इस समारोह से दूरी बना ली है। कल राष्ट्रपति के आगमन के समय पटना एयरपोर्ट पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने स्वागत किया था पर आज वे मुख्य समारोह मे उपस्थित नहीं रहेंगे।तेजस्वी के साथ ही राजद के विधायक भी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होगें और राजद के नेता रात्री में विधानसभा अध्यक्ष के भोज में भी शामिल नहीं होंगे।इसके लिए राजद ने बिहार विधानसभा के दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव को वजह बताया है,पर राजद इस समारोह से दूरी बनकार कुछ अलग संकेत देना चाह रही है।

दूसरी तरफ भााकपा माले के विधायक मुख्य कार्यक्रम में शामिल होगें पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दी जा रही रात्रिभोज में वे शाममिल नहीं होगें।पार्टी के नेताओं ने कोविड काल में इसे फिजूलखर्ची बताया है।

विरोधियों के निशाने पर तेजस्वी

तेजस्वी एवं राजद के मुख्य समारोह में शामिल नहीं होने पर सत्ताधरी भाजपा-जदयू एवं हम पार्टी ने कड़ा ऐतराज जताया है।पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा कि तेजस्वी राष्ट्रपति और लोकतंत्र का अपमान कर रहें हैं।वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति का आना राज्य के लिए गौरव की बात है। उनके कार्यक्रम में शामिल नहीं का निर्णय कर तेजस्वी प्रसाद यादव ने दलित समाज से आने वाले एक अतिशालीन व्यक्ति का अपमान किया है। तेजस्वी यादव नीतीश सरकार के शपथ-ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे। सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालना, सदन के भीतर मारपीट करना, आसन की अवहेलना करना और सरकार के जवाब का बहिष्कार करना राजद के संसदीय आचरण का स्वभाव बन चुका है। पार्टी अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करने में पूरी तरह विफल है।

वहीं जदयू के नेता भी तेजस्वी एवं राजद के फैसले पर नराजगी जताई है।


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