UPSC TOPPER : बिहार में यूपीएससी टापरों की लंबी लिस्ट, एक बार फिर बिहारियों ने लहराया परचम.
कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं होता.... तबीयत से बस एक पत्थर तो उछालो यारो......जी हां इसी को सत्य कर दिखाया है बिहार के छात्रों ने.
यूपीएससी की ओर से सिविल सर्विस परीक्षा 2020 का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है. रिजल्ट के मुतबिक 761 छात्रों का सेलेक्शन किया गया है. जिसमें इस बार टाँप-10 में बिहार के तीन छात्रों ने जगह बनायी है.
बिहार में कटिहार के रहने वाले शुभम गुप्ता ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परिक्षा-2020 में पहला स्थान (1ST RANK)हासिल किया है,प्रवीण कुमार(7TH RANK ) और सत्यम गांधी ने (10TH RANK ) हासिल किया है. वही इस बार टॉप 25 में 12 महिलाए शामिल है.
बिहार के कटिहार जिले के हैं शुभम्
बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले शुभम कुमार ने 1ST RANK हासिल की है, उन्होंने बताया कि मेरा सपना आईएएस बनने का था क्योंकि इसमें लोगों की बेहतरी के लिए बड़े मंच पर काम करने का मौका मिलता है.हालंकि वह भाई-बहनों में छोटे है उनकी बड़ी बहन भाभा परमाणु शोध केंद्र (बार्क) में वैज्ञानिक हैं.
समस्तीपुर के सत्यम कुमार ने हासिल किया 10वां रैंक
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के सिविल सेवा 2020 के रिजल्ट में समस्तीपुर के सत्यम कुमार गांधी ने ऑल इंडिया में 10वां रैंक हासिल किया है. परिणाम के बारे में खबर सुनते ही उनके पैतृक गांव दिघड़ा में जश्न का माहौल है.
जुमई के प्रवीण ने हासिल की 7वीं रैंक,
जुमई के प्रवीण ने 7वीं रैंक हासिल की, प्रवीण की इस उपलब्धि से उनके परिवार में खुशी का माहौल है. उन्होंने कहा-IAS बनने के बाद सबसे पहले मैं होमलेस बच्चों के लिए काम करूंगा. मेरी कोशिश होगी कि उनके लिए हॉस्टल का निर्माण करवाऊं, जहां पर वह पढ़ सकें और अच्छे वातावरण में रह सकें.
अनिल,आशीष और ओमप्रकाश का भी जलवा-यूपीएससी के रिजल्ट में किशनगंज के अनिल कुमार को 45वां रैंक, पूर्णिया के अनिल मिश्रा को 52वां रैंक, बेगूसराय के अनिल कुमार 226वां रैंक और पटना के ओम प्रकाश गुप्ता को 339वां रैंक प्राप्त हुआ है. ओम प्रकाश गुप्ता बीपीएससी 64वीं के रिजल्ट में टॉपर थे.
राजस्थान कैडर की आइएएस अधिकारी और 2015 बैच की टॉपर टीना डाबी की बहन रिया डाबी भी इस परीक्षा में सफल रहीं. उन्हें 15वां रैंक मिला है.
यूपीएससी हरेक साल तीन चरणों में सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन करता है, जिनमें प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू शामिल हैं. इन परीक्षाओं के माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) सहित कई अन्य सेवाओं के लिए उम्मीदवारों का चयन होता है. वहीं रैंक के आधार पर ही अभ्यर्थियों का काडर डिसाइड किया जाता है
बिहार को टाँपर के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा,
1966 के बाद बिहार को टाँपर के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा, 1987 में अमीर सुबहानी ने टॉप किया था, उसके बाद दूसरे साल बिहार के ही प्रशांत कुमार टॉपर रहे. 1988 के बाद सिविल सेवा परीक्षा में दर्जनों अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की, लेकिन आल इंडिया टॉपर का ताज नौ साल बाद गया के सुनील कुमार बर्णवाल ने लिया.इसके बाद 2001 में आलोक रंजन झा टाँपर बने इनके बाद फिर टाँपर के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा और लगभग दो दशक बाद कटिहार के शुभम कुमार ने राज्य का मान फिर से बढ़ाया है।
सीएम नीतीश ने दी बधाई-इधर, सीएम नीतीश कुमार (CM NITISH KUMAR ) ने टॉपर शुभम कुमार को बधाई दी है. मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है.