अब कामकाजी लोग भी कर सकते पूरी पढ़ाई : राज्यपाल रमेश बैस ने आज झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय में ऑनलाइन प्रवेश, पंजीकरण प्रक्रिया का किया उद्घाटन
रांची: माननीय राज्यपाल-सह-झारखंड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति रमेश बैस ने आज राज भवन मेंhttps://jharkhanduniversities.nic.in/jsouके माध्यम से झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय में ऑनलाइन प्रवेश,पंजीकरण प्रक्रिया का उद्घाटन किया.राज्यपाल द्वारा उक्त अवसर पर कार्यक्रम विवरणिका और अध्ययन सामग्री का भी अनावरण किया गया.इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ. नितिन कुलकर्णी,झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. टी.एन.साहू,कुलसचिव डॉ. घनश्याम सिंह,झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय, नागेंद्र नाथ मिश्रा,वैज्ञानिक-एफ एंड वरीय तकनीकी निदेशक एवं झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय के प्रवेश समन्वयक प्रेम सागर केशरी एवं विकास मौर्य आदि उपस्थित थे.
राज्यपाल ने आशा प्रकट करते हुए कहा कि झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय के द्वारा अधिक-से-अधिक लोग उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं.दूरदराज़ के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कामकाजी लोग भी इसमें नामांकन लेकर पढ़ाई पूरी कर सकते हैं.उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के माध्यम से राज्य में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात में भी वृद्धि होगी.
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. टी.एन. साहू द्वारा अवगत कराया गया कि झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय राज्यवासियों के मध्य उच्च शिक्षा को सुगम बनाने के लिए पूर्णतः प्रयासरत है.इस विश्वविद्यालय में नामांकन लेकर अधिक-से-अधिक लोग उच्च शिक्षा हासिल कर सकते हैं. चांसलर पोर्टलhttps://jharkhanduniversities.nic.in/jsouके माध्यम से ऑनलाइन प्रवेश हेतु आवेदन कर सकते हैं.
कुलसचिव डॉ. घनश्याम सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय आम आदमी के लिए सस्ती कीमत पर उपलब्ध नई शैक्षणिक तकनीक के उपयोग सहित दूरस्थ और सतत शिक्षा के माध्यम से शिक्षा, अनुसंधान और विविधता द्वारा प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करेगा. विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक कार्यक्रमों में यूजीसी, एआईसीटीई, एनसीटीई, एनसीआई, बीसीआई, डीईबी और एमसीआई आदि जैसे सांविधिक निकायों द्वारा निर्धारित सभी मानदंडों और विनियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा. विश्वविद्यालय का दृष्टिकोण शिक्षा, अनुसंधान, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के माध्यम से राज्य के विकास में सकारात्मक भूमिका निभाना है. रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए कौशल आधारित व्यवसायिक ऐड-ऑन पाठ्यक्रमों पर जोर देना और पहुंच सुनिश्चित करना है.