जाते-जाते सबको रूला गया सम्मोहक आंखों वाला वह सुपर स्टार
अपनी अदाकारी से हर किसी के दिल पर राज करने वाले फिल्म अभिनेता इरफान खान का बुधवार को निधन हो गया. बॉलीवुड के टैलेंटेड अभिनाताओं में शामिल इरफान खान के यूं अचानक चले जाने से उनके फैंस और बॉलीवुड सेलेब्स सदमे में हैं. दो साल पहले मार्च 2018 में इरफान को न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी का पता चला था.विदेश में इस बीमारी का इलाज कराकर इरफान खान ठीक हो गए थे. भारत लौटने के बाद इरफान खान ने अंग्रेजी मीडियम में काम किया था. किसे पता था ये फिल्म इरफान की जिंदगी की आखिरी फिल्म साबित होगी.
इरफान खान ने अपनी करियर की शुरुआत टेलिविजन से की थी, जिसके बाद वह फिल्मों में आए. हासिल, हैदर, अंग्रेजी मीडियम, हिन्दी मीडियम, पान सिंह तोमर ना जाने कितनी ऐसी फिल्में हैं, जिनमें इरफान खान ने दमदार काम किया. बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक अपनी एक्टिंग का जादू चलाने वाले इस एक्टर को उसकी एक्टिंग और नेचर के अलावा उसकी सम्मोहित कर देने वाली आंखों के लिए भी याद किया जाएगा. 1998 में फिल्म सलाम बॉम्बे से करियर शुरू करने वाले इस एक्टर के बारे में किसी ने नहीं सोचा था कि वो हॉलीवुड तक को अपनी एक्टिंग का दीवाना बना देगा.
इरफान का पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान है. उनका जन्म एक पठान मुस्लिम परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम जागीरदार खान था. वे टायर का व्यापार करते थे. इरफान ने पठान मुस्लिम परिवार में जन्म होने के बाद भी कभी मीट या मांस नहीं खाया था और वे बचपन से ही शाकाहारी थे. यही कारण है कि उनके पिता इरफान को मजाक में कहा करते थे कि ये तो पठान परिवार में एक ब्राह्मण पैदा हो गया है.
हिंदी सिनेमा की बात करें तो इरफान ने हर तरह के किरदार निभाए हैं. वह शॉर्ट फिल्मों में नजर आए हैं तो उन्होंने सुपरस्टार्स के साथ भी काम किया है. उन्होंने छोटी फिल्मों में चुनौतीपूर्ण रोल किए हैं तो उन्होंने बड़ी फिल्मों में छोटे रोल भी किए हैं. इरफान अपने किरदार का चुनाव करते वक्त ये नहीं सोचते थे कि ये रोल बड़ा है या छोटा. उनके हिसाब से बस वो रोल अच्छा और उनके लिए चुनौतीपूर्ण होना चाहिए था. इरफान की यही अदा हॉलीवुड को भी उनका दीवाना बना गई.